अब तक भारत यह दिखा चुका है कि वह रूस के साथ अपनी मित्रता बनाए रखने और रक्षा से लेकर ऊर्जा, श्रम-गतिशीलता से लेकर नवाचार, निवेश व प्रौद्योगिकी आदान–प्रदान से लेकर संस्कृति और पर्यटन तक—विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करने को तैयार है। संक्षेप में, पुतिन की यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों को प्रतिबंधों की अवहेलना के लिए तैयार करना और…
